भारत की पहली हाइड्रोजन ट्रेन

हाइड्रोजन

  • यह आवर्त सारणी का प्रथम तत्व है। 
  • इसका संकेत (Symbol) ‘H’ तथा परमाणु संख्या ‘1’ है।
  • हाइड्रोजन को ‘भविष्य का ईंधन’ भी कहा जाता है।

हाइड्रोजन ईंधन

  • यह स्वच्छ ईंधन व ऊर्जा वाहक (Energy Carrier) के साथ-साथ द्रव व जीवाश्म ईंधन का संभावित विकल्प है।
  • यह ऑक्सीजन के साथ जलने पर ‘शून्य कार्बन उत्सर्जन’ करता है।
  • हाइड्रोजन ईंधन के उपयोग से उत्सर्जित होने वाला मुख्य उप-उत्पाद जल है। 
  • इसका उपयोग ईंधन सेलों तथा आंतरिक दहन इंजनों में किया जाता है।
  • ध्यातव्य है कि अंतरिक्ष यान के प्रणोदनों और रेल (ट्रेन) के मोटरों में इसका उपयोग किया जाता है।

हाइड्रोजन ट्रेन

  • हाइड्रोजन ट्रेन वे हैं‚ जो ‘पारंपरिक डीजल ईंधन’ को प्रतिस्थापित करके ‘हाइड्रोजन ईंधन’ का उपयोग करती हैं।
  • हाइड्रोजन ईंधन‚ हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को परिवर्तित करके विद्युत का उत्पादन करता है।
  • इस विद्युत को ट्रेन की मोटर चलाने में इस्तेमाल किया जाता है। 
  • हाइड्रोजन ईंधन से हानिकारक प्रदूषणों; जैसे- कार्बन डाइऑक्साइड‚ नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड आदि सूक्ष्म कणों का उत्सर्जन नहीं होता।
  • जिससे ये पारंपरिक डीजल ट्रेनों की तुलना में अधिक पर्यावरण के अनुकूल है। 
  • ध्यातव्य है कि भारत सरकार देश में ‘ग्रीन एनर्जी’ को बढ़ावा देने के लिए ‘हाइड्रोजन ट्रेन’ पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

वर्तमान परिप्रेक्ष्य

  • फरवरी‚ 2023 में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिसंबर‚ 2023 तक ‘भारत की पहली हाइड्रोजन ट्रेन’ के परिचालन की घोषणा की।
  • भारत सरकार देश में ‘वंदे भारत ट्रेन’ की कामयाबी के पश्चात्‌ ‘हाइड्रोजन ट्रेन’ के जल्द परिचालन पर जोर दे रही है।
  • गौरतलब है कि वंदे भारत ट्रेन की तर्ज पर हाइड्रोजन ट्रेन को वंदे मेट्रो के नाम से जाना जाएगा।
  • भारत की पहली हाइड्रोजन ट्रेन को भारत में ही स्वदेशी रूप से निर्मित व डिजाइन किया जाएगा।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • भारत की पहली स्वदेशी रूप से निर्मित हाइड्रोजन ट्रेन दिसंबर‚ 2023 से ‘हेरिटेज रूट्‌स’ पर परिचालित की जाएगी।  
  • गौरतलब है कि उत्तर रेलवे कार्यशाला में हाइड्रोजन ईंधन आधारित ट्रेन का एक प्रोटोटाइप विकसित किया जा रहा है।
  • जिसका‚ हरियाणा में सोनीपत-जींद खंड पर परीक्षण किया जाएगा।
  • सर्वप्रथम हाइड्रोजन ट्रेन को कालका-शिमला जैसे हेरिटेज सर्किट पर संचालित किया जाएगा उसके पश्चात अन्य स्थानों पर इसका विस्तार किया जाएगा। 
  • वर्तमान में हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाली ट्रेनों के लिए आठ हरिटेज रूट की पहचान की गई‚ जो अधोलिखित हैं
क्रम. संख्याआठ हेरिटेज रूट
1.माथेरान हिल रूट
2.दार्जिलिंग हिमालयन रूट
3.कालका शिमला रूट
4.कांगड़ा घाटी रूट
5.बिलमोरा वघई रूट
6.महू पातालपानी रूट
7.नीलगिरि पर्वत रूट
8.मारवाड़ देवगढ़ मद्रिया रूट

वैश्विक परिप्रेक्ष्य में हाइड्रोजन ट्रेन

  • सितंबर‚ 2022 में जर्मनी हाइड्रोजन ईंधन से परिचालित ट्रेनों की शुरुआत करने वाला विश्व का पहला देश बना था।
  • दिसंबर‚ 2022 में चीन हाइड्रोजन ईंधन संचालित ट्रेनों की शुरुआत करने वाला एशिया का पहला व विश्व का दूसरा देश बना।

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