वर्तमान परिप्रेक्ष्य
- 25 जनवरी, 2023 को संयुक्त राष्ट्र की ‘विश्व आर्थिक स्थिति एवं संभावनाएं रिपोर्ट, 2023’ (World Economic Situation and Prospects Reports, 2023) जारी की गई।
- यह रिपोर्ट हाल के आर्थिक परिदृश्य के लिए विषादपूर्ण एवं अनिश्चित स्थिति को प्रकट करती है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2024 में वैश्विक विकास दर के 2.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
- रिपोर्ट के अनुसार, कमजोर वैश्विक आर्थिक संभावनाएं 17 सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की उपलब्धियों को भी खतरे में डालती हैं।
- ध्यातव्य है कि सितंबर, 2023 में एसडीजी शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाना है, जो एजेंडा 2030 के कार्यान्वयन के मध्य बिंदु को चिह्नित करता है।
रिपोर्ट के बारे में
- विश्व आर्थिक स्थिति एवं संभावनाएं रिपोर्ट, 2023 संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामले विभाग (United Nations Department of Economic and Social Affairs : UNDESA) द्वारा अंकटाड (UNCTAD) तथा अन्य पांच संस्थानों के सहयोग से प्रकाशित की जाती है।
- संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा भी इस रिपोर्ट में सहयोग प्रदान किया जाता है।
- विश्व आर्थिक स्थिति एवं संभावनाएं रिपोर्ट पहली बार वर्ष 1999 में प्रकाशित की गई थी।
- वर्तमान रिपोर्ट इसका 25वां संस्करण है।
रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष
- रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2022 मे कोविड-19 आपदा, यूक्रेन, रूस युद्ध, उच्च मुद्रास्फीति, जलवायु संकट आदि कारकों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है।
- उपर्युक्त समस्याओं का प्रभाव वर्ष 2023 में भी वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
- वर्ष 2022 में औसतन 9 प्रतिशत की मुद्रास्फीति ने अधिकतर विकसित एवं विकासशील देशों में मौद्रिक नीति को सख्त करने पर विवश किया।
- वर्ष 2022 में वैश्विक उत्पादन वृद्धि दर 3 प्रतिशत के मुकाबले कम होकर 1.9 प्रतिशत रहने की संभावना है। जो हालिया दशक में सबसे कम आर्थिक वृद्धि दर होगी।
- वहीं वर्ष 2024 में वैश्विक विकास दर का मध्यम रूप से वृद्धि करते हुए 2.7 प्रतिशत रहने की संभावना है।
- संयुक्त राज्य अमेरिका का सकल घरेलू उत्पाद वर्ष 2023 में मात्र 0.4 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा, जिसके वर्ष 2022 में 1.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है।
- वहीं, यूरोपीय संघ का वर्ष 2023 में 0.2 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर होगी, जिसके वर्ष 2022 में 3.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
- यूनाइटेड किंगडम में वर्ष 2022 के मध्य से मंदी की शुरुआत हो चुकी है, जिसके कारण वर्ष 2023 में आर्थिक विकास दर सिकुड़कर 0.8 प्रतिशत हो सकती है।
- मध्य गति से विकास करने वाली जापान की अर्थव्यवस्था वर्ष 2023 में विकसित अर्थव्यवस्थाओं में बेहतर प्रदर्शन करेगी।
वर्ष 2023 में जापान का सकल घरेलू उत्पाद 1.5 प्रतिशत की गति से बढ़ेगा, जो वर्ष 2022 के1.6 प्रतिशत की तुलना में थोड़ा कम है। - रूसी अर्थव्यवस्था वर्ष 2022 में -3.5 तथा वर्ष 2023 में-2.9 की दर से संकुचित होगी।
चीन
- वर्ष 2023 में चीन में आर्थिक विकास दर वर्ष 2022 की तुलना में थोड़ी बेहतर रहेगी।
- वर्ष 2022 में चीन की अर्थव्यवस्था, का सिर्फ 3 प्रतिशत की दर से वृद्धि करने का अनुमान है।
- वहीं, वर्ष 2023 में यह 4.8 प्रतिशत की दर से वृद्धि करेगी।
दक्षिण एशिया एवं भारत
- दक्षिण एशिया में खाद्यान्न एवं ऊर्जा की ऊंची कीमतों, सख्त मौद्रिक नीति तथा अस्थायी वित्तीय स्थिति के कारण आर्थिक स्थिति के विगड़ने की संभावना है।
- वर्ष 2022 में द. एशिया की विकास दर 5.6 प्रतिशत अनुमानित है, जिसके वर्ष 2023 में 4.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
- भारत की विकास दर वर्ष 2022 में 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जिसके वर्ष 2023 में थोड़ा कम होकर 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
- यह कमी वैश्विक मंदी, उच्च ब्याज दर आदि कारणों से रहेगी।
- क्षेत्र में अन्य अर्थव्यवस्थाओं के लिए स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण है।
- वर्ष 2022 में बांग्लादेश, पाकिस्तान तथा श्रीलंका ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund : IMF) से आर्थिक मदद की मांग की है।
वर्ष 2021 से 2024 के मध्य विश्व उत्पादन और सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि अनुमान
